हिन्दी ब्लागिंग की दुनिया भी अद्भुत है, यहां लगभग सभी विषयों पर लिखने वाले सिद्धहस्त लेखक व कवि विद्यमान है। हिन्दी ब्लाग आज खुब मात्रा में लिखे जा रहे हैं व उन पर कमेन्ट्स भी देखने को मिलते है, परन्तु यह भी कटु सत्य है कि जितने ब्लाग राईटर्स हैं लगभग उतने ही उसके पाठक हैं, यानि कि इस विधा से जुड़े लोग ही एक-दसरे के ब्लाग्स पर परस्पर कमेन्ट्स लिखते हैं जो कि सही मायने में इन रचनाओं के स्तर के अनुरूप पर्याप्त मात्रा में नहीं है। जिस प्रकार से दूसरे संचार माध्यम पर्याप्त मात्रा में पाठक व दर्शक जुटाने में कामयाब रहते हैं वैसे ही हिन्दी ब्लाग जगत का भी कोई एक सांझा मंच होना चाहिए जिसके प्रचार व प्रसार से रचनाओं के स्तर के अनुरूप पाठक उपलब्ध कराये जा सके। तब ही ब्लाग जगत के आलोचकों को करारा जवाब हम दे पायेंगे।